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शनिवार, 25 जुलाई 2009

आज का सद़विचार 'सुख'

दुनियावी चीजों में सुख की तलाश,
फिजूल होती है। आनन्‍द का खजाना,
तो कहीं हमारे भीतर ही है।

- स्‍वामी रामतीर्थ

2 टिप्‍पणियां:

यह सद़विचार आपको कैसा लगा अपने विचारों से जरूर अवगत करायें आभार के साथ 'सदा'