आदमी को अज्ञान में रखना संभव है
लेकिन उसे अज्ञानी नहीं बनाया जा सकता ।
- टामस पेन
मंगलवार, 31 मई 2011
शनिवार, 28 मई 2011
आज का सद़विचार '' कल्याणकारी ''
पिता की सेवा करना जिस प्रकार
कल्याणकारी माना गया है वैसा
प्रबल साधन न सत्य है न दान है और न यज्ञ है ।
- वाल्मीकि
कल्याणकारी माना गया है वैसा
प्रबल साधन न सत्य है न दान है और न यज्ञ है ।
- वाल्मीकि
बुधवार, 25 मई 2011
आज का सद़विचार '' सौन्दर्य की भाषा ''
आंतरिक सौन्दर्य का आह्वान करना कठिन काम है,
सौन्दर्य की अपनी भाषा होती है, ऐसी भाषा जिसमें न
शब्द होते हैं न आवाज...........।।
- अज्ञात
सौन्दर्य की अपनी भाषा होती है, ऐसी भाषा जिसमें न
शब्द होते हैं न आवाज...........।।
- अज्ञात
मंगलवार, 24 मई 2011
आज का सद़विचार '' दीपक जलाया जाए ''
अंधेरे को कोसने से बेहतर है कि,
एक दीपक जलाया जाए .... ।।
- उपनिषद
एक दीपक जलाया जाए .... ।।
- उपनिषद
सोमवार, 23 मई 2011
आज का सद़विचार '' बैर ''
बैर के कारण उत्पन्न होने वाली
आग एक पक्ष को स्वाहा किए
बिना कभी शांत नहीं होती ...।
- वेदव्यास
आग एक पक्ष को स्वाहा किए
बिना कभी शांत नहीं होती ...।
- वेदव्यास
शनिवार, 21 मई 2011
आज का सद़विचार '' सबसे बड़ा मूर्ख ''
जो अपने को बुद्धिमान समझता है,
सामान्यत: सबसे बड़ा मूर्ख होता है ... ।।
- सुदर्शन
सामान्यत: सबसे बड़ा मूर्ख होता है ... ।।
- सुदर्शन
बुधवार, 18 मई 2011
आज का सद़विचार '' शिक्षा ''
अगर मनुष्य कुछ सीखना चाहे तो उसकी
हर भूल उसे कुछ न कुछ शिक्षा जरूर दे सकती है ।
- डकेन्स
हर भूल उसे कुछ न कुछ शिक्षा जरूर दे सकती है ।
- डकेन्स
सोमवार, 16 मई 2011
आज का सद़विचार '' अधिक ज्ञान ''
वह लेखक सबसे अच्छा लिखता है
जो अपने पाठकों का सबसे कम समय
लेकर उन्हें सबसे अधिक ज्ञान देता है ..... ।
- सिडनी स्मिथ
जो अपने पाठकों का सबसे कम समय
लेकर उन्हें सबसे अधिक ज्ञान देता है ..... ।
- सिडनी स्मिथ
गुरुवार, 12 मई 2011
आज का सद़विचार '' वर्तमान पर ''
जो बीत गया है, उसकी परवाह न करें,
जो आने वाला है उसके सपने न देखें,
अपना ध्यान वर्तमान पर लगाएं ... ।
- महात्मा बुद्ध
जो आने वाला है उसके सपने न देखें,
अपना ध्यान वर्तमान पर लगाएं ... ।
- महात्मा बुद्ध
मंगलवार, 10 मई 2011
आज का सद़विचार '' बुद्धि का अर्जन ''
बुद्धि का अर्जन हम तीन तरीकों से कर सकते हैं,
पहला चिंतन से, जो कि उत्तम है,
दूसरा, दूसरों से सीखकर जो सबसे आसान है
और तीसरा, अनुभव से, जो सबसे कठिन है ...।
- कन्फ्यूशियस
पहला चिंतन से, जो कि उत्तम है,
दूसरा, दूसरों से सीखकर जो सबसे आसान है
और तीसरा, अनुभव से, जो सबसे कठिन है ...।
- कन्फ्यूशियस
शनिवार, 7 मई 2011
आज का सद़विचार '' मित्र या शत्रु ''
ना तो कोई किसी का मित्र है
ना ही शत्रु है, व्यवहार से ही
मित्र या शत्रु बनते हैं ....।
- हितोपदेश
ना ही शत्रु है, व्यवहार से ही
मित्र या शत्रु बनते हैं ....।
- हितोपदेश
गुरुवार, 5 मई 2011
आज का सद़विचार '' मित्रों के रूप में नहीं ''
मृत्यु और विनाश बिना बुलाए ही
आया करते हैं क्योंकि ये हमारे
मित्रों के रूप में नहीं शत्रुओं के
रूप में आते हैं ..........।
- भगवतीचरण वर्मा
आया करते हैं क्योंकि ये हमारे
मित्रों के रूप में नहीं शत्रुओं के
रूप में आते हैं ..........।
- भगवतीचरण वर्मा
बुधवार, 4 मई 2011
आज का सद़विचार '' जीत लेने की शक्ति ''
यदि तुम्हें अपने चुने हुए रास्ते पर
विश्वास है, यदि इस पर चलने का
साहस है, यदि इसकी कठिनाईयों को
जीत लेने की शक्ति है, तो रास्ता तुम्हारा
अनुगमन करता है .... ।
- धीरूभाई अंबानी
विश्वास है, यदि इस पर चलने का
साहस है, यदि इसकी कठिनाईयों को
जीत लेने की शक्ति है, तो रास्ता तुम्हारा
अनुगमन करता है .... ।
- धीरूभाई अंबानी
सोमवार, 2 मई 2011
आज का सद़विचार '' रास्ते ''
श्रेष्ठतम मार्ग खोजने की प्रतीक्षा के बजाय
हम गलत रास्ते से बचते रहें और बेहतर
रास्ते को अपनाते रहें .... !!
- जवाहर लाल नेहरू
हम गलत रास्ते से बचते रहें और बेहतर
रास्ते को अपनाते रहें .... !!
- जवाहर लाल नेहरू
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