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गुरुवार, 18 अप्रैल 2013

आज का सद़विचार '' जिन्‍दगी तो अपने दम़ पर ''

जिन्‍दगी तो अपने दम़ पर ही जी जाती है, 
दूसरों के कँधे पर तो सिर्फ़ ज़नाजे़ उठाये जाते हैं !

- भगत सिंह

मंगलवार, 16 अप्रैल 2013

आज का सदविचार '' प्रकृति निश्‍छल ''

जिन्‍दगी छल है 
प्रकृति निश्‍छल है 
हम छल से भी लेते हैं और सीखते हैं 
निश्‍छल से भी लेते हैं और सीखते हैं ... 
फिर हम प्रयोगवादी आदर्शवादी बन जाते हैं !
हम लेते हुए काट-छांट करने लगते हैं 
छल से देना स्‍वीकार नहीं होता 
कृत्रिम निश्‍छलता से बस अपने फायदे का लेखा-जोखा करते हैं 
और समाज सुधारक, विचारक बन जाते हैं !


- रश्मि प्रभा 

शुक्रवार, 5 अप्रैल 2013

आज का सद़विचार '' वाचालों को वाचाल होने दो ''

वाचालों को वाचाल होने दो !
वे इससे अधिक और कुछ नहीं जानते  !
उन्‍हें नाम, यश,धन, स्‍त्री से संतोष प्राप्‍त करने दो।

- स्‍वामी विवेकानंद

गुरुवार, 21 मार्च 2013

आज का सदविचार '' कड़े निर्णय ''

कभी कभी कड़े
निर्णय भी लेने पड़ते हैं
विरोध के
स्वर भी सहने होते हैं
निस्वार्थ और विवेक से
लिए निर्णय भी
कुछ लोगों को आहत
कर सकते हैं
निर्णय का उचित
अनुचित होना
समय ही सिद्ध करता
तब तक धैर्य रखना
पड़ता है 

- राजेन्‍द्र तेला

शुक्रवार, 15 मार्च 2013

आज का सद़विचार ''सर्वश्रेष्‍ठ बनने की आशा में ''

सर्वश्रेष्ठ बनने की
आशा में जीने वाले
इर्ष्या और होड़ को
धर्म मानने वाले
समुद्र में पथ से भटके हुए
ज़हाज जैसे होते
किनारे की तलाश में
निरंतर भटकते रहते
किनारा तो मिलता नहीं
थक हार कर चुक जाते
अंत में डूब जाते

 डा.राजेंद्र तेला,निरंतर
=

मंगलवार, 5 मार्च 2013

आज का सद़विचार '' यशरूपी धन ''

धन तो काल के साथ ही क्षय हो जाता है, लेकिन 
यशरूपी धन अक्षय है, इसे काल भी नष्‍ट नहीं कर सकता

- अज्ञात

शुक्रवार, 1 मार्च 2013

आज का सद़विचार '' विश्‍वास और प्रेम ''

विश्‍वास और प्रेम में एक समानता है, दोनों में से 
कोई भी जबरदस्‍ती पैदा नहीं किया जा सकता !!!

- अज्ञात