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मंगलवार, 15 सितंबर 2009
आज का सद़विचार 'हंसी'
हंसी मन की गांठे बड़ी आसानी
से खोल देती है मेरे मन की भी
और तुम्हारे मन की भी ।
- महात्मा गांधी
1 टिप्पणी:
निर्मला कपिला
15 सितंबर 2009 को 8:03 pm बजे
सत्य वचन आभार्
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