Click here for
Myspace Layouts
फ़ॉलोअर
गुरुवार, 22 अक्टूबर 2009
आज का सद़विचार 'शेष'
शेष ऋण, शेष अग्नि, तथा शेष रोग पुन: पुन: बढ़ते हैं,
अत: इन्हें शेष नहीं छोड़ना चाहिये ।
- अज्ञात
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
यह सद़विचार आपको कैसा लगा अपने विचारों से जरूर अवगत करायें आभार के साथ 'सदा'
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
यह सद़विचार आपको कैसा लगा अपने विचारों से जरूर अवगत करायें आभार के साथ 'सदा'