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शुक्रवार, 24 दिसंबर 2010

आज का सद़विचार '' कुल की प्रतिष्‍ठा ''

कुल की प्रतिष्‍ठा भी विनम्रता
और सद्व्‍यवहार से होती है,
हेकड़ी और रूआब दिखाने से नहीं ।


- प्रेमचन्‍द

8 टिप्‍पणियां:

  1. सत्य वचन!!

    किन्तु कभी कभी शायद स्वार्थवश हम रूआब को भी सम्मान दे देते है।
    और कभी कभी स्वार्थवश ही सद्व्‍यवहार करने वाले का मान रखते है।

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  2. सुंदर विचार जो हमें विनम्र होने के लिये प्रेरणा देता है !

    जवाब देंहटाएं
  3. बहुत ही अच्छा विचार !
    -ज्ञानचंद मर्मज्ञ

    जवाब देंहटाएं
  4. आपको एवं आपके परिवार को क्रिसमस की हार्दिक शुभकामनायें !

    जवाब देंहटाएं
  5. सदा जी ,
    आपके व्यक्तित्व की भांति , आपके विचार भी अति विनम्र हैं। हमेशा कुछ नया ही सीखती हूँ यहाँ आकर।
    आभार।

    जवाब देंहटाएं

यह सद़विचार आपको कैसा लगा अपने विचारों से जरूर अवगत करायें आभार के साथ 'सदा'