Click here for Myspace Layouts

फ़ॉलोअर

सोमवार, 31 अगस्त 2009

आज का सद़विचार 'सदा धनी '

अधिक धन सम्‍पन्‍न होने पर भी जो असंतुष्‍ट रहता है,
वह निर्धन है, धन से रहित होने पर भी जो संतुष्‍ट है
वह सदा धनी है ।

- अश्‍वघोष

शुक्रवार, 28 अगस्त 2009

आज का सद़विचार 'सही रास्‍ता'

श्रेष्‍ठतम मार्ग खोजने की प्रतीक्षा के बजाय,
हम गलत रास्‍ते से बचते रहें और बेहतर
रास्‍ते को अपनाते रहें ।

- पं. जवाहर लाल नेहरू

मंगलवार, 25 अगस्त 2009

आज का सद़विचार 'अवसर'

सही अवसर न मिलने पर क्षमता के,
मायने बेहद सीमित हो जाते हैं ।

- नेपोलियन

सोमवार, 24 अगस्त 2009

आज का सद़विचार 'अवगुण''

अवगुण नाव की पेंदी में एक छेद के समान है,
जो चाहे छोटा हो या बड़ा एक दिन उसे डुबा दे्गा ।


- कालिदास

शनिवार, 22 अगस्त 2009

आज का सद़विचार 'प्रेम'

प्रेम संयम और तप से उत्‍पन्‍न होता है,
भक्ति साधना से प्राप्‍त होती है, श्रद्धा के
लिए अभ्‍यास और निष्‍ठा की
जरूरत होती है ।

- हजारी प्रसाद द्विवेदी

गुरुवार, 20 अगस्त 2009

आज का सद़विचार

शत्रु का लोहा भले ही गर्म हो जाए,
पर हथौड़ा तो ठंडा रहकर ही काम,
दे सकता है ।

- सरदार पटेल

सोमवार, 17 अगस्त 2009

आज का सद़विचार 'भलाई''

अगर तुम किसी की भलाई करते हो तो,
इह और पर दोनो लोकों में तुम्‍हारी,
भलाई होती है ।

- तिकन्‍ना

गुरुवार, 13 अगस्त 2009

आज का सद़विचार 'अन्‍याय''

अन्‍याय और अत्‍याचार करने वाला,
उतना दोषी नहीं माना जा सकता,
जितना कि उसे सहन करने वाला ।


- बाल गंगाधर तिलक

बुधवार, 12 अगस्त 2009

आज का सद़विचार 'क्रोध''

क्रोध से शुरू होने वाली हर बात,
लज्‍जा पर समाप्‍त होती है ।

- बेंजामिन फ्रेंकलिन

मंगलवार, 11 अगस्त 2009

आज का सद़विचार 'गुण'

सुन्‍दर दिखने के लिये भड़कीले,
कपड़े पहनने की बजाय अपने,
गुणों को बढ़ाना चाहिए ।

- महात्‍मा गांधी

सोमवार, 10 अगस्त 2009

आज का सद़विचार 'स्‍नेह'

संसार के सारे नाते स्‍नेह के नाते हैं,
जहां स्‍नेह नहीं वहां कुछ नहीं है ।

- प्रेमचन्‍द

शुक्रवार, 7 अगस्त 2009

आज का सद़विचार 'आलस्‍य'

आलस्‍य में दरिद्रता बसती है, लेकिन जो,
व्‍यक्ति आलस्‍य नहीं करते उनकी मेहनत
में लक्ष्‍मी का निवास होता है ।

- तिरूवल्‍लुर

गुरुवार, 6 अगस्त 2009

आज का सद़विचार 'तीन चीजें'

दुनिया में तीन चीजें कभी लम्‍बे
समय तक छिपी नहीं रह सकती,
पहली है सूर्य, दूसरी चन्‍द्रमा
और तीसरी है सत्‍य ।

- गौतम बुद्ध

मंगलवार, 4 अगस्त 2009

आज का सद़विचार 'पढ़ने का शौक'

जिसे पुस्‍तकें पढ़ने का शौक है, वह
सब जगह सुखी रह सकता है ।

- महात्‍मा गांधी

सोमवार, 3 अगस्त 2009

आज का सद़विचार 'अवसर'

बुद्धिमान व्‍यक्ति को जितने,
अवसर मिलते हैं उससे
अधिक वह स्‍वयं बनाता है ।

- फ्रांसिस बेकन

शनिवार, 1 अगस्त 2009

आज का सद़विचार 'अवगुण'

जब तक तुम्‍हारें अन्‍दर दूसरों के,
अवगुण ढुंढने या उनके दोष देखने,
की आदत मौजूद है ईश्‍वर का साक्षात,
करना अत्‍यंत कठिन है ।

- स्‍वामी रामतीर्थ