बैठे रहनें से जीत या हार नहीं मिलती।पुरूषार्थ जरूरी है, असफलता तो पड़ाव मात्र है।
उत्साहवर्धक और प्रेरक विचार
बहुत सुन्दर एवं सटीक कहा है आपने ! अगर तैरना सीखना हो तो किनारे पर खड़े रहने से कभी भी सीखना संभव नहीं है!मेरे नए पोस्ट पर आपका स्वागत है-http://seawave-babli.blogspot.com/
बिना कर्मरत हुए कुछ भी हासिल नहीं हो सकता
यह सद़विचार आपको कैसा लगा अपने विचारों से जरूर अवगत करायें आभार के साथ 'सदा'
बैठे रहनें से जीत या हार नहीं मिलती।
जवाब देंहटाएंपुरूषार्थ जरूरी है, असफलता तो पड़ाव मात्र है।
उत्साहवर्धक और प्रेरक विचार
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर एवं सटीक कहा है आपने ! अगर तैरना सीखना हो तो किनारे पर खड़े रहने से कभी भी सीखना संभव नहीं है!
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