नमस्कार करने वाला व्यक्ति विनम्रता को
ग्रहण करता है और समाज में सभी के
प्रेम का पात्र बन जाता है ....।
- प्रेमचंद
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सोमवार, 29 अगस्त 2011
शुक्रवार, 26 अगस्त 2011
आज का सद़विचार '' धर्म का मूल ''
विनय धर्म का मूल है अत: विनय आने पर,
अन्य गुणों की सहज ही प्राप्ति हो जाती है .... ।
- हंसराज सुज्ञ
आज का विचार ब्लॉग जगत से ....
अन्य गुणों की सहज ही प्राप्ति हो जाती है .... ।
- हंसराज सुज्ञ
आज का विचार ब्लॉग जगत से ....
गुरुवार, 18 अगस्त 2011
आज का सद़विचार '' जीत और आदर्श ''
यह मत मानिए की जीत ही सब कुछ है अधिक महत्व
इस बात का है कि आप किसी आदर्श के लिए संघर्षरत हों,
यदि आप किसी आदर्श पर डट नहीं सकते तो जीतेंगे क्या .... ?
- लेन कर्कलैंड
शुक्रवार, 12 अगस्त 2011
स्वतंत्रता ....
तुम स्वतंत्र होना चाहते तो हो
पर स्वतंत्रता देना नहीं चाहते ....!!!
- रश्मि प्रभा
आज का सद़विचार ब्लॉग जगत से ..............
- रश्मि प्रभा
आज का सद़विचार ब्लॉग जगत से ..............
गुरुवार, 11 अगस्त 2011
आज का सद़विचार '' विचारों की शुद्धि''
देह शुद्धि से अधिक,
विचारों की शुद्धि आवश्यक है ...।
- हंसराज सुज्ञ
आज का विचार ब्लॉग जगत से ....
विचारों की शुद्धि आवश्यक है ...।
- हंसराज सुज्ञ
आज का विचार ब्लॉग जगत से ....
मंगलवार, 9 अगस्त 2011
आज का सद़विचार '' जीविका ''
वही पुत्र है जो पितृभक्त है, वही पिता है जो ठीक से
पालन करता है, वही मित्र है जिस पर भरोसा किया
जा सके और वही देश है जहां जीविका हो ... ।
- चाणक्य
पालन करता है, वही मित्र है जिस पर भरोसा किया
जा सके और वही देश है जहां जीविका हो ... ।
- चाणक्य
सोमवार, 8 अगस्त 2011
आज का सद़विचार '' जीवन का रहस्य ''
जीवन का रहस्य भोग में स्थित नहीं है,
यह केवल अनुभव द्वारा निरंतर सीखने
से ही प्राप्त होता है ...... ।
- विवेकानन्द
यह केवल अनुभव द्वारा निरंतर सीखने
से ही प्राप्त होता है ...... ।
- विवेकानन्द
शुक्रवार, 5 अगस्त 2011
आज का सद़विचार '' अभिमान का आश्रय ''
यदि कोई हमारा एक बार अपमान करे,हम दुबारा उसकी शरण में नहीं जाते। और यह मान (ईगो) प्रलोभन हमारा बार बार अपमान करवाता है। हम अभिमान का आश्रय त्याग क्यों नहीं देते ...?
- हंसराज सुज्ञ
आज का सद़विचार ब्लॉगजगत से ....
बुधवार, 3 अगस्त 2011
आज का सद़विचार '' तस्वीर का दूसरा पहलू ''
निरंतर सफलता हमें संसार का केवल एक ही
पहलू दिखाती है, विपत्ति हमें तस्वीर का दूसरा
पहलू भी दिखाती है ...........।
- कोल्टन
पहलू दिखाती है, विपत्ति हमें तस्वीर का दूसरा
पहलू भी दिखाती है ...........।
- कोल्टन
सोमवार, 1 अगस्त 2011
आज का सद़विचार '' दो मूल विकल्प ''''
जीवन में दो मूल विकल्प होते हैं, स्थितियों को
उसी रूप में स्वीकार करना जैसी वे हैं या उन्हें,
बदलने का उत्तरदायित्व स्वीकार करना ..... ।
- डेनिस वेटले
उसी रूप में स्वीकार करना जैसी वे हैं या उन्हें,
बदलने का उत्तरदायित्व स्वीकार करना ..... ।
- डेनिस वेटले
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