अवसर आने पर मनुष्य यदि कौड़ी (दाम) देने में चूक जाये जो तो फिर लाख रूपया देने से क्या होता है ? द्वितीया के चंद्रमा को न देखा जाए फिर पक्ष भर चंद्रमा उदय रहे, उससे क्या होगा ?
बहुत सुन्दर लगा! उम्दा प्रस्तुती! दुर्गा पूजा पर आपको ढेर सारी बधाइयाँ और शुभकामनायें ! मेरे नए पोस्ट पर आपका स्वागत है- http://seawave-babli.blogspot.com http://ek-jhalak-urmi-ki-kavitayen.blogspot.com/
अनमोल वचन ....
जवाब देंहटाएंसही कहा है, तब पछताए क्या होत जब चिड़िया चुग गयी खेत !
जवाब देंहटाएंसुंदर वचन.
जवाब देंहटाएंसमय पर कौड़ी भी मूल्यवान हो जाती है।
जवाब देंहटाएंसुंदर विचार।
बहुत सुन्दर लगा! उम्दा प्रस्तुती!
जवाब देंहटाएंदुर्गा पूजा पर आपको ढेर सारी बधाइयाँ और शुभकामनायें !
मेरे नए पोस्ट पर आपका स्वागत है-
http://seawave-babli.blogspot.com
http://ek-jhalak-urmi-ki-kavitayen.blogspot.com/