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मंगलवार, 1 फ़रवरी 2011

आज का सद़विचार '' सही और गलत ''

गलत को गलत कहना हमें आसान नहीं लगता,
सही इतना कमजोर होता है इतना अकेला कि,
उसके खिलाफ ही जंग का ऐलान आसान लगता है ।


- रश्मि प्रभा

विचारों की श्रृंखला में यह सच्चा एवं प्रेरक विचार ...

12 टिप्‍पणियां:

  1. सही है, गलत को गलत कहने के लिये बहुत हिम्मत चाहिए!

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  2. आज सच बोलो,सच बोलने को मुंह खोलो तो जिन्दा जला देते हैं लोग.झूठ का साथ दे अपनी जिंदगी बना लेते हैं लोग.

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  3. उत्तम विचार।
    (शायद यहां टंकण की अशुद्धि है - इतना अकेला की,)

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  4. वाकई हमेशा से ही सही व्यक्ति, और सही विचार वाले
    अल्पसंख्या में ही रहते आये हैं.

    सही और गलत,उनके साथ जोखम क्यूँ जुड़ा होता है
    इसकी थोड़ी चर्चा कर लेंते हैं.

    'सही' हैं क्या?
    १. अधिकांश लोग जिस बात से सहमत होते हैं, उसे 'सही' मान लिया जाता है; २. जिसे बड़े-बुजुर्ग कहते हों, 3. जिसमें हमारा फायदा हो.

    अब जोखम: जीवन का अभिन्न अंग है जोखम, हर पल, हर छेत्र में, किसी भी निश्चय के साथ, हमारे जीवन में रहेगा.

    हम एक बार तो खुद से रूबरू होकर देखें, जोखम जितना है नहीं,
    उससे ज्यादा उसका नाम लेकर, खुद को समझा कर, उसके बहाने निकल जाते हैं.

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  5. सच है... सही को गलत कहना और गलत को सही कहना आसान है...
    पर सही को सही और गलत को गलत... सोचना पड़ेगा...

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  6. आज के दौर में तो बिल्कुल सटीक है ........

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  7. सच हमेशा से ही अकेला और कमज़ोर रहा है ... मिथ्या हमेशा से ही बलवान ... यह भी एक सत्य है !

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  8. जीवन का मार्गदर्शन करते विचार| धन्यवाद|

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  9. एक सत्य सौ झूठ पर भारी होता है और सत्य की राह पर चलने वाला इतना शक्तिशाली होता है की उसके आगे कोई नहीं टिकता ।

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