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सोमवार, 30 अप्रैल 2012

आज का सद़विचार '' संयम की भूमि ''

जीवन की जड़ संयम की भूमि में जितनी गहरी जमती है, 
और सदाचार का जितना जल दिया जाता है उतना ही
जीवन हरा - भरा होता है और उसमें ज्ञान का 
मधुर फल लगता है .... 

- मुक्‍ता

2 टिप्‍पणियां:

  1. जीवन में संयम
    मकान की नीव सामान होता है
    नीव कमज़ोर होगी तो
    मकान कभी सुढ्रढ नहीं होगा
    सदा मकान के ध्वस्त होने का
    ख़तरा रहेगा
    बड़ी घटना जैसे भूकंप आदि में
    ध्वस्त भी हो सकता है
    संयम नहीं हो,विपत्ती का समय हो
    परिस्थितियाँ भी विपरीत हों ,
    मकान जैसा ही हाल
    जीवन का हो सकता है
    संयम सफल और सुखी जीवन का
    अत्यंत महत्वपूर्ण अंग है

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