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सोमवार, 23 नवंबर 2009

आज का सद़विचार 'सत्‍ता की महत्‍ता'

सत्‍ता की महत्‍ता तो मोहक भी बहुत
होती है, एक बार हांथ में आने पर और
कंटीली होने पर भी छोड़ी नहीं जाती

- वृंदावनलाल वर्मा

2 टिप्‍पणियां:

यह सद़विचार आपको कैसा लगा अपने विचारों से जरूर अवगत करायें आभार के साथ 'सदा'